राम जी की आरती- श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्। नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।। कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज...
about us
https://aartibhajansandhya.blogspot.com/p/about-us.html
श्री गणेश आरती (Shri Ganesh Aarti)
Paridhi vashishtha
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती,, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी । माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश ...
सदस्यता लें
संदेश (Atom)