श्री हनुमान चालीसा दोहा : श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिर...
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Ram Lala aarti
Paridhi vashishtha
राम जी की आरती- श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्। नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।। कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज...

श्री गणेश आरती (Shri Ganesh Aarti)
Paridhi vashishtha
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती,, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी । माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश ...
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गणेश आरती (जय जय देव)
Paridhi vashishtha
सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची Ganpati नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची कंठी झलके माल मुकताफळांची जय देव ज...
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लक्ष्मी माता की आरती
Paridhi vashishtha
लक्ष्मी जी की आरती ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥ उमा, रमा, ब्रह्माण...
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